Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 04 Jan 2022
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बुली बाई एप की मास्‍टरमाइंड युवती को मुंबई पुलिस ने उत्तराखंड से किया गिरफ्तार

हल्द्वानी : चर्चा का विषय बने बुली बाई एप की मुख्य आरोपित को मुंबई पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है। एप के तार उत्तराखंड से सीधे तौर पर जुड़ें होने की सुचना आने के बाद मुबई पुलिस की यह बड़ी कार्यवाही है। सूत्रों के अनुसार मुबई पुलिस ने कुमाऊं के ऊधमसिंह नगर की निवासी लड़की को हिरासत में लिया है। कुमाऊं रेंज के डीआइजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि बुली बाई एप मामले में मुंबई पुलिस ने एक युवती को हिरासत में लिया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे मुंबई ले गई है। युवती ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर की रहने वाली है। युवती अपने दोस्त के माध्यम से तीन खातों से एप संचालित कर रही थी।

युवती का नाम श्वेता पुत्री अनंत पाल निवासी आदर्शनगर कोतवाली रुद्रपुर है और उसके पास से दो मोबाइल बरामद हुये है। मुंबई पुलिस ने उसे उसके घर से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी से पूर्व ऊधमसिंह नगर या उत्‍तराखंड पुलिस को मुंबई पुलिस ने सूचित नहीं किया था बल्कि गिरफ्तारी के बाद उसने रुद्रपुर पुलिस को सूचना दी। आरोपित श्वेता ने 2021 में इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की है। पिता का निधन हो चुका है। श्वेता के ऊपर बुल्ली बाई एप पर विभिन्न समुदाय की महिलाओं की फोटो अपलोड करने और आपत्तिजनक कंटेंट अपलोड करने का आरोप है।

श्वेता के अलावा मुख्य आरोपी युवती का दोस्त विशाल भी इस पुरे मामले में आरोपी है। मुख्य आरोपी श्वेता एप से जुड़े तीन खाते संचालित कर रही थी। वहीं, उसका दोस्त विशाल कुमार ने खालसा सुप्रीमिस्ट के नाम से खाता खोला था। विशाल 21 साल का एक इंजीनियरिंग छात्र है। आरोपित विशाल कुमार को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बेंगलुरु की कोर्ट में पेश किया। उसे 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है। इस एप पर पत्रकारों सहित 100 प्रमुख समुदाय विशेष की महिलाओं की तस्वीरें नीलामी के लिए अपलोड की गई थी।

पाठकों को बता दें कि बुल्ली बाई एप गिटहब (Github) नाम के प्लेटफॉर्म पर मौजूद है। इस एप पर समुदाय विशेष की महिलाओं की बोली लगाई जा रही थी। इसमें महिलाओं का चेहरा नजर आता है, जिसे बुली बाई नाम दिया गया। इसमें उन महिलाओं को टारगेट किया जाता है जो इंटरनेट मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। इन समुदाय विशेष की महिलाओं की तस्वीरों को प्राइसटैग के साथ एप में लोग एकदूसरे को साझा करते थे। इसके अलावा शातिर तरीके से इसे ट्वीटर पर भी प्रमोट किया जा रहा था।

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