Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 13 Nov 2021
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100 साल पहले चोरी गई माँ अन्नपूर्णा की प्रतिमा दोबारा से काशी विश्वनाथ में स्थापित होगी
काशी : राष्ट्र की गुलामी के दौर में राष्ट्रीय धरोहर स्वरूप तमाम कलाकृतियाँ चोरी करके देश से बाहर ले जाकर बेच दी गईं. ऐसी तमाम कलाकृतियों को वापस देश में लाकर उनहे उनके मूल स्थान पर स्थापित करने की दिशा में एक नया अध्याय जुड़ चूका है. मालूम हो कि आज से तक़रीबन सौ साल पहले वाराणसी से देवी अन्नपूर्णा की मूर्ति (Goddess Annapurna Idol) चोरी हो गई थी. अभी हाल ही में ये मूर्ति कनाडा (Canada) के किसी संग्रुहालय में पाई गई. न्यूज़ एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा से ये मूर्ति भारत वापस आ चुकी है और 15 नवंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में इसकी विधिवत स्थापना की जाएगी. भारत सरकार ने ये मूर्ति, उत्तर प्रदेश सरकार को 11 नवंबर को सौंपी है. News18 की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली से देवी अन्नपूर्णा की ये मूर्ति अलीगढ़ और 12 नवंबर को कन्नोज पहुंचेगी. 14 नवंबर, रविवार को ये मूर्ति अयोध्या पहुंचेगी और 15 नवंबर, सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में इसकी स्थापना होगी.
देवी अन्नापूर्णा की इस मूर्ति की लंबाई 17 cm और चौड़ाई 9 cm है. बीते कुछ सालों में भारत से चोरी की गई कई प्राचीनकाल की मूर्तियां स्वदेश लौटी हैं. प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में अमेरिका के दौरे पर गए थे और उनके साथ हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्मों से जुड़ी 157 कलाकृतियां, मूर्तियां स्वदेश लौटीं. इनमें 12वीं शताब्दी की नटराज की भी एक मूर्ति शामिल है.
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