Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 16 Oct 2021
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लखीमपुर हिंसा की जाँच में जुटी एसआईटी को घटना के 165 वीडियो मिले, जाँच हुई तेज

लखीमपुर खीरी,। जन सामन्य द्वारा लखीमपुर खीरी में हुई हिंसक वारदात की जाँच के लिए गठित एसआइटी को घटना के साक्ष्य के तौर पर अब तक 165 वीडियो भेजे जा चुके हैं। एसआइटी की टीम जन सामन्य द्वारा भेजे गए इन तमाम वीडियो की सघन जांच-पड़ताल करने के साथ ही उसमें से सच्चाई तलाशने में जुटी है। ताकि आरोपितों के खिलाफ इलेक्ट्रानिक साक्ष्‍य एकत्र किरए जा सकें जिसे अदालत में आरोपितों के खिलाफ पुख्ता सबूत के तौर पर पेश किए जा सके।

मालूम हो कि लखीमपुर की वारदात के बाद पुलिस ने एक मोबाइल नंबर जारी किया था और लोगो से इस नम्बर पर घटना से जुड़े वीडियो भेजने की अपील की थी। वीडियो भेजने वाले वे लोग हैं जो उस दिन घटनास्थल पर मौजूद थे अथवा उनके पास घटनास्थल से जुड़े वीडियो पहुंचे थे। पूरे मामले की मॉनिटरिंग देश की सर्वोच्च अदालत द्वारा किये जाने के चलते इस मामले में एसआइटी फूंक-फूंककर कदम रख रही है।

एसआइटी के सूत्रों ने बताया कि वारदात के अगले ही दिन पुलिस ने एक मोबाइल नंबर जारी किया था जिस पर जनता से अपील करते हुए इस घटना से जुड़े सभी इलेक्ट्रानिक साक्ष्य मांगे थे। एसआइटी को इसमें बड़ी कामयाबी मिली जब लोगों ने उसको एक दो नहीं बल्कि करीब 165 छोटे बड़े वीडियो भेजे, जिनमें गुनाह करने वालों को तो दिखाया गया ही है साथ ही पूरा घटनाक्रम किस तरह से चला है उसकी भी पूरी वीडियोग्राफी साफ नजर आ रही है।

एसआइटी सूत्रों के अनुसार इन सभी वीडियो को टीम का एक पैनल बहुत ही बारीकी से देख रहा है और उसे आरोपितों के खिलाफ ये सारे इलेक्ट्रानिक साक्ष्य अदालत में पेश करने के लिए तैयार किए जा रहे हैं। इसके साथ उन मोबाइल धारकों को बुलाया जा रहा है, जिनके मोबाइल से ये वीडियो वास्तव में पहली बार शूट किया गया और वायरल किया गया। ऐसे तमाम मोबाइल भी पुलिस ने जब्त करते हुए इसे सुबूत के तौर पर तैयार किया है। एसआइटी सच दिखा रहे इन वीडियो को फारेंसिक जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही अदालत में पेश करेगी।

एसआइटी को सुबूत देने वालों का नाम गोपनीय रहेगा : एसआइटी व पुलिस ने पहले ही अपनी अपील में कहा था कि जो लोग पुलिस द्वारा जारी किए गए मोबाइल नंबर पर हिंसा से जुड़े वीडियो डाल रहे हैं उनके नामों को गोपनीय रखा जाएगा। इसी के साथ उनको गवाह भी नहीं बनाया जाएगा।

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