Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 13 Oct 2021
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गुजरात के भरूच के अति प्राचीन जलाराम बापा मंदिर पर यह मंदिर बिकाऊ है का लगा बोर्ड
भरूच : गुजरात के भरूच इलाके के अति प्राचीन जलाराम बापा मंदिर पर यह मंदिर बिकाऊ है का बोर्ड लग गया है. क्षेत्र में मुस्लिम जनसंख्या बढ़ जाने और मुस्लिमों के द्वारा मंदिर में की जाने वाली पूजा और आरती का विरोध किये जाने के चलते मंदिर प्रशासन नें मंदिर को बेचने के लिए मंदिर पर यह मंदिर बिकाऊ है का बोर्ड लगा दिया है.
हर गुरुवार को, जलाराम बापा मंदिर (Jalaram Bapa Temple) में शाम की आरती होती थी। फिर एक दिन शौकत अली ने मंदिर के ठीक सामने एक घर खरीदा। उसने आरती का विरोध करना शुरू किया। धीरे-धीरे सोसाइटी के 28 घरों को मुसलमानों ने खरीद लिया और अब मंदिर में आरती बंद हो गई है। इतना ही नहीं, मंदिर को अब बेचने की भी तैयारी है।” यह कोई कहानी नहीं है बल्कि भरूच से जुड़ा वह कड़वा सच है जो नाम न छापने की शर्त पर हमारे एक सूत्र ने हमें बताया। उन्होंने आगे बताया, “भरूच के कुछ हिस्सों में 2019 में अशांत क्षेत्र अधिनियम लागू किया गया था, लेकिन प्रशासन सहित कुछ लोगों ने इसमें छिपी खामियों का फायदा उठाते हुए कुछ क्षेत्रों में पूरी जनसांख्यिकी (डेमोग्राफी) ही बदल डाला। अब स्थिति यह हो गई है कि हिंदू केवल भरूच के सोनी फलियो (Soni Faliyo) और हाथीखाना (Hathikhana) क्षेत्रों में रह गए हैं। अब वहाँ भी मुश्किल से कोई 20-25 हिंदू परिवार बचे हैं। और वो भी अब यहाँ से अपने घरों को बेचकर और वह इलाका छोड़ देने का फैसला कर चुके हैं। मंदिर के ट्रस्टी लोगो ने मुख्यमंत्री से भी ऑनलाइन और रजिस्टर्ड पोस्ट से इस पर दखल देने की मांग किया लेकिन भरूच का प्रशासन चुप है और अब यदि इस मंदिर में आरती होती है तो आसपास के सैकड़ों मुस्लिम आ करके जबरदस्ती आरती को बंद करवा देते हैं और कहते हैं कि हमारे इस्लाम में हमारे कानों में मंदिर की आरती की आवाज और घंटी की आवाज नहीं आनी चाहिए मजबूरन कई महीनों से इस मंदिर में आरती नहीं हो पा रही है।
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