Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 17 Sep 2021
Reader's View :605

ड्रग्स रैकेट में फंसती हिन्दू लड़कियां - भाग 1

इसे चेतावनी समझें और अपनी बहिन पुत्री की रक्षा करें...
पिछले दो वर्षों से मेरी माताजी की चचेरी भतीजी दिल्ली से लापता थी...
वो २१ वर्षीय, दिल्ली विश्वविधालय से ग्रेजुअट थी, उच्च मध्यमवर्ग परिवार की लाडली पुत्री बड़े दिनों से अपने परिवार से अलग रह रही थी,,
परिवार ने पुत्री के कारनामो पर पर्दा करने के लिए किसी को बताया नहीं,, फिर अचानक फोन भी बंद हो गया,,
युवती के माता-पिता ने उसकी खोज में कोई कसर बाकी न रखी,
पुलिस ने लम्बे समय खोज की तो केवल इतना ही पता चला की वो किसी अफगानी लड़के के साथ मुनिरका दिल्ली में रहती थी,,
अब वो लड़का और वो लड़की दोनों कहाँ गए कोई नहीं जानता,,
जाँच चलती रही, पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने पता लगाया की उसने स्पेन का वीसा लिया था...
और दिल्ली से फ़्रांस एयरवेज से कहीं चली गई...
अगर कोई साधारण परिवार होता तो इस से आगे खोज संभव नहीं थी,
किन्तु उस युवती के पिता सरकारी अधिकारी हैं, उन्होंने अपनी पुत्री की खोज के लिए लगातार प्रयास जारी रखे,,
पिछली फ़रवरी में मैं जब यूरोप में अपनी ट्रेनिग पर था, तब मुझे वहाँ के व्यापारी श्री मोटवानी जी ने बताया था की वहाँ की जेलों में अनेक भारतीय लड़कियाँ बंद हैं, जिन्हें ड्रग ट्राफीकिंग के आरोप में पकड़ा गया है,,
उस समय तो मैंने इस बात पर अधिक ध्यान नहीं दिया, किन्तु जब माता जी ने मुझे उस लड़की के विषय में बताया तो मेरे कान खड़े हो गए,,
मैंने उसके पिताजी, माताजी से भेंट की और ड्रग करियर के विषय में बताया,,
पहले तो उसके पिताजी इस प्रकार की संलिप्तता से अपनी पुत्री के शामिल होने वाली सम्भावना से मना करते रहे, किन्तु अंत में वे मुझ से सहयोग करने को कहने लगे,,
मैंने उस का फोटो, पासपोर्ट की कॉपी आदि श्री मोटवानी जी को भेजी और उसकी खोज में सहयोग के लिए प्रार्थना की,,
४ माह उपरांत पता चला की वो स्पेन की एक जेल में बंद है, उसपर ड्रग लेकर स्पेन में जाने के आरोप है,,
उसके बड़े भाई स्पेन गए और श्री मोटवानी जी से मिले... साथ ही मैंने भी श्री मोटवानी जी को फोन करके सहयोग की विनती की...
बड़ी कठिनाइयों के बाद उस से उसके बड़े भाई की भेंट हुई...
अब जो कहानी सामने आई है, वो अत्यंत ही भयंकर और चेतावनी वाली है...
भारत सरकार के कानून के अनुसार भारत अफ्रीका और एशिया के अनेक देशों को विद्यार्थी वीसा, व्यापार वीसा, टूरिस्ट वीसा जारी करता है,, जिन में एक नाम अफगानिस्थान का भी है, अफगानी भारत में इस वीसा के माध्यम से अफीम से बने मादक पदार्थों के व्यापार को चलाते हैं,,
ये मादक पदार्थ अफगानिस्तान से सूखे मेवों के साथ भारत पहुँचते हैं, क्यूँ की इस व्यापार में मोटा मुनाफा है, इसलिए लेन देन के माध्यम से ये व्यापार चलता रहता है,,
किन्तु भारत से ये मादक पदार्थ यूरोप कैसे पहुँचता है इस पर अगली पोस्ट में... थोड़ा धैर्यपूर्वक अगली पोस्ट की प्रतीक्षा करें

अशोक भारती कि फेसबुक वाल से

होम पेज पर जाने के लिए क्लिक करें.

Leave your comments

Name

Email

Comments

इन्हें भी पढ़ें