Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 15 Sep 2021
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धमाके कराने की पाकिस्तानी साजिश का पर्दाफाश, छह आतंकी गिरफ्तार
दिल्ली : नवरात्रि और रामलीला के दौरान देश में धमाके कराने की पाकिस्तानी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। दिल्ली पुलिस कि स्पेशल सेल ने मंगलवार को एक मल्टी स्टेट ऑपरेशन करके 6 इस्लामिक आतंकियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में विस्फोटक और हाई क्वालिटी हथियार बरामद किए हैं। गिरफ्तार किये गए आतंकियों में से 2 ने पाकिस्तान में बम बनाने की ट्रेनिंग ली थी। ये सभी आतंकी भगोड़े दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस के इशारे पर नवरात्रि और रामलीला के दौरान सीरियल ब्लास्ट कर बड़े पैमाने पर हिन्दुओं कि हत्या करना चाहते थे।
गिरफ्तारी के क्रम में पुलिस ने ओडिशा के बालासोर से भी DRDO के चार कर्मचारियों को जासूसी के मामले में गिरफ्तार किया है। ये कर्मचारी चांदीपुर सेंटर में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले थे। ये चारों कर्मचारी गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी एजेंट्स को भेजते थे। पुलिस रिमांड में लिए गए 4 आतंकी : गिरफ्तार किए गए 6 में से 4 आतंकियों को मंगलवार रात कोर्ट में पेश किया गया जहाँ सुनवाई के बाद इन चारों आतंकियों को 14 दिनों के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया गया। 2 अन्य को दिल्ली पुलिस द्वारा आज दोपहर कोर्ट में पेश किया जायेगा। कैसे पकड़े गए आतंकी :दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के DCP प्रमोद कुशवाह ने बताया कि दिल्ली समेत तीन राज्यों से पकड़े गए आतंकियों का यह नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ था। DCP प्रमोद कुशवाह ने आगे बताया कि नेटवर्क की जानकारी मिलने के बाद एक मल्टी स्टेट ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से इन आतंकियों की गिरफ्तारी की गई । पाकिस्तान में ट्रेनिंग लेने वाले आतंकियों के नाम ओसामा और जीशान कमर हैं। बाकी चारों आतंकियों के नाम मोहम्मद अबु बकर, जान मोहम्मद शेख, मोहम्मद अमीर जावेद और मूलचंद लाला हैं। आतंकवादी पाकिस्तान में ले चुके हैं आतंक की ट्रेनिंग : दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर नीरज ठाकुर ने बताया, 'हमारे पास 10 टेक्निकल इनपुट थे। सबसे पहले महाराष्ट्र से एक आतंकी को पकड़ा गया। दो आदमी दिल्ली में अरेस्ट हुए। इसके बाद उत्तर प्रदेश से 3 लोग अरेस्ट किए गए। इनमें से 2 आतंकी अप्रैल में मस्कट गए थे। उन्हें मस्कट से बाई शिप पाकिस्तान ले जाया गया। वहां एक फार्म हाउस में रखकर विस्फोटक बनाने और AK-47 चलाने की 15 दिन की ट्रेनिंग दी गई।' नवरात्रि और रामलीला जैसे हिन्दू त्योहारों के दौरान ब्लास्ट की थी प्लानिंग : ठाकुर ने बताया कि गिरफ्तार किये गये आतंकियों को 2 टीमों में बांटा गया था। इनमें से एक को दाऊद इब्राहिम का भाई अनीस इब्राहिम गाइड कर रहा था। आतंकियों की इस टीम का काम सीमा पार से हथियार लाना और उन्हें अलग-अलग राज्यों में भेजना था। यही टीम आने वाले फेस्टिवल सीजन में IED प्लांट करने वाली थी। नवरात्रि और रामलीला के दौरान भीड़ भरे इलाके इनके निशाने पर थे।
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