Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 05 Aug 2021
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फ्लाईओवर पर मजार का अवैध निर्माण, पुलिस कर रही दोषी पक्ष का बचाव.

दिल्ली : दिल्ली स्थित आजादपुर फ्लाई ओवर पर होने वाले मजार के अनाधिकृत निर्माण पर विवाद लगातार गहराता जा रहा है. गौरतलब है कि आजादपुर फ्लाईओवर पर आश्चर्यजनक रूप से सडक से लगी हुई एक मजार का निर्माण कर दिया गया जिसके चलते आजादपुर फ़्लाइओवर पर आये दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जा रही है. फ्लाईओवर बनने के बाद इस पर मजार का अनाधिकृत निर्माण किया जाना साफ़ तौर पर सरकारी जमीन कब्जाए जाने का मामला है जिसके तरफ से दिल्ली शासन और प्रशासन दोनों जानबूझकर आँखें मूंदकर बैठे है.

मजार क्या होती है : मजारो के पीछे मुस्लिम समाज ये तर्क देता है कि अमुक स्थान पर इनके कोई पीर, पैगम्बर दफन थे और इसी लिए उस जगह पर मजार बना दी जाती है. दिमाग पर काफी जोर डालने के बाद भी ये समझना मुश्किल है फ्लाई ओवर के बनने के बाद कैसे कोई पीर, पैगम्बर इस फ्लाईओवर पर आकर सडक के एकदम किनारे दफन हो गया. अगर देशभर में बनने वाली मजार, मस्जिदों पर नजर डालें तो दिखेगा कि अधिकाँश मजार, मस्जिद सरकारी जमीन पर ही बनी हुई हैं. ये निर्माण रेलवे स्टेशन, प्रमुख राजमार्ग, सैन्य प्रतिष्ठानों की भूमि पर ही किये गए है. ये महज एक संयोग नहीं है बल्कि सरकारी जमीन को कब्जाने की सोची समझी साजिश है.

क्या है विवाद : हर दिन गहराने वाले विवाद की जड़ में आजादपुर फ्लाईओवर पर बनी ये अवैध मजार है जिसे समाज के कुछ जागरूक लोग फ्लाई ओवर से हटवाना चाहते है. मजार की देखरेख करने वाले से इस मजार के बाबत बात करने जब कुछ लोग पहुंचे और बातचीत शुरू की तभी स्थानीय थाने के SHO सी पी भारद्वाज वहां पहुंचे और अवैध रूप से बनी मजार का विरोध करने वाले पक्ष पर ही पुलिसिया रौब दिखाने लगे. न्यूज़ पोर्टल न्यायाधीश को ओ न्यूज़ से घटना के बाबत एक वीडियो प्राप्त हुआ है जिसमें दिख रहा है कि SHO सी पी भारद्वाजअचानक ही अवैध निर्माण वाली जगह पहुंचे और आते ही अवैध निर्माण करने वाले के पक्ष से ही बात करने लगे. SHO नें पहले तो मजार के निर्माण का विरोध करने वालों को ये कहकर धमकाने की कोशिश की कि वो इस प्रकार किसी भारतीय नागरिक को परेशान नहीं कर सकते और फिर धक्का मारकर अगले पक्ष को अवैध निर्माण स्थल से ही भगा दिया.

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