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Updated on : 16 Jul 2021
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अफगान युध्द कवरेज के दौरान भारतीय फोटो जर्नालिस्ट की तालिबान द्वारा गोली मारकर हत्या
काबुल : युध्दग्रस्त अफगानिस्तान में कवरेज करने गए भारतीय फोटो जर्नालिस्ट दानिश सिद्दीकी की तालिबानी आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। फोटो जर्नालिस्ट का शव कंधार के स्पिन बोलडक इलाके से बरामद किया गया। बताया जाता है कि अफगान सैनिकों और तालिबान के बीच जगह जगह झड़प जारी है । इसी झड़प के दौरान फोटो जर्नालिस्ट दानिश इस्लामी आतंकियों (तालिबान) के हत्थे चढ़ गया जिन्होनें गोली मार कर दानिश की हत्या कर दी । अफगानिस्तान में मारा गया दानिश सिद्दीकी रॉयटर्स का फोटोजर्नलिस्ट था जिसने कोरोना के दौरान हिंदुओं की जलती चिताओं की तस्वीरें खींच-खींच कर भारत को बदनाम किया था । निश्चित रूप से कोरोना ने सभी मजहबों के लोगों की जान ली थी लेकिन, दानिश सिद्दीकी ने जानबूझकर दुनिया भर में सिर्फ श्मशान की तस्वीरें दिखाईं, कब्रिस्तान की नहीं। इन्ही तस्वीरों के सहारे विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा और दुनिया भर में भारत की किरकिरी हुई। मालूम हो कि इस्लाम के पाबंद दानिश सिद्दीकी की बर्बर हत्या इस्लामिक तालिबान आतंकियों द्वारा की गई जिसे भारत में जानबूझकर कुछ मीडिया समूह छिपा रहे हैं । दानिश जो खुद एक मुसलमान था और इस्लामिक आतंकियों के हाथों मारा भी गया जिससे ये साबित होता है कि तालिबान आतंकी महज बर्बर हत्यारे हैं जो किसी की हत्या करते वक्त उसके मजहब की परवाह जरा भी नहीं करते । तालिबान ने दानिश की हत्या करते समय उसके मजहब की फ़िक्र नहीं की लेकिन दानिश सिद्दीकी ने जर्नलिज्म के दौरान हमेशा हिन्दू धर्म के बारे में अनर्गल रिपोर्टिंग ही करी । दानिश की रिपोर्टिंग ने देश को हमेशा ही मुश्किल में डाला ।
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