Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 13 May 2021
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चंद्रशेखर आजाद उद्यान कर्मियों में कईयों का वेतन रुकने से सबके सामने रोटी का संकट
प्रयाग : शासन की अनदेखी और प्रशासन की लापरवाही के चलते प्रयाग स्थित चंद्रशेखर आजाद उद्यान पार्क में कार्यरत कर्मचारियों का कई माह का वेतन रुक पड़ा है जिसके कारण इन सभी कर्मचारियों के समक्ष दो जून की रोटी जुटाने का प्रश्न खड़ा हो गया है। प्रयागराज के उद्यान विभाग के अंतर्गत चन्द्रशेखर आजाद उद्यान की ओर से काउन्टर पर टिकट बिक्री के लिए लखनऊ स्थित वेंडर अवनि परिधि से अनुबंध किया गया है जिसके तहत लखनऊ स्थित कंपनी चंद्रशेखर आजाद उद्यान को मैनपावर उपलब्ध करायेगी। इस प्रकार ये सारे कर्मचारी वेंडर कम्पनी के हुए और इन्हें नियत समय पर वेतन दिया जाना लखनऊ की वेंडर कंपनी का ही दायित्व था जिसका पालन उसने नहीं किया। वेंडर कम्पनी नें इन कर्मचारियों में किसी को चार महीने, किसी को तीन महीने तो किसी को दो माह से वेतन ही नहीं दिया है। उल्लेखनीय यह है कि न तो लखनऊ स्थित कम्पनी ने कर्मचारियों को वेतन दिया और न ही चंद्रशेखर आजाद उद्यान अधीक्षिका ने इस बाबत वेंडर कम्पनी से कोई सवाल जवाब किया। जबकि चंद्रशेखर आजाद उद्यान अधीक्षिका की यह जिम्मेवारी बनती थी कि वो अपने यहां कार्यरत लोगो का वेतन देने के वास्ते वेंडर कम्पनी पर दबाव बनाएं। पूर्व कंपनी पर भी बकाया है कइयों का वेतन : न केवल वर्तमान कम्पनी अपितु यहां की पूर्व वेंडर कंपनी A Square पर भी कर्मचारियों का वेतन अब तक बकाया रखने का आरोप है। उद्यान में जारी अंधेरगर्दी के बीच यहां काम करने वाले कर्मचारी किसी न किसी मजबूरी के चलते यहां पर काम करने को विवश हैं। निष्पक्ष जांच है जरूरी : उद्यान में कार्यरत कर्मचारियों का वेतन रोके जाने से लेकर इस उद्यान में व्याप्त अन्य अनियमितताओं की यदि निष्पक्ष जांच कराई जाए तो उद्यान से जुड़े भ्र्ष्टाचार के कई अन्य मामले भी उजागर किये जा सकते हैं।
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