Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 23 Mar 2021
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1990 में विस्थापित करीब 3,800 कश्मीरी प्रवासी लौटे घाटी, पीएम विशेष पैकेज के तहत मिली नौकरियां
नई दिल्ली : कश्मीर घाटी से विस्थापित हुए लगभग 3,800 कश्मीरी हिंदू पिछले कुछ वर्षों में घाटी लौट आए हैं। यह जानकारी गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने बुधवार को राज्य सभा में दी है। उन्होंने कहा कि वहीं अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद उनमें से 520 लोगों को प्रधानमंत्री के विशेष पैकेज के तहत नौकरी दी गई है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि पीएम पैकेज के तहत कश्मीरी प्रवासी युवाओं के लिए विशेष नौकरियों का प्रावधान कश्मीरी प्रवासियों के पुनर्वास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। क्योंकि इन लोगों के परिवार को 1990 के दशक में उग्रवाद के कारण घाटी को छोड़ना पड़ा था। जी किशन रेड्डी ने राज्य सभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कुल लगभग 3,800 कश्मीरी विस्थापित कश्मीर लौट आए हैं। उन्होंने कहा कि 5 अगस्त 2019 के दिन अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद 520 कश्मीरी प्रवासी युवाओं को पुनर्वास पैकेज के तहत नौकरियां दी गई है। जिससे वह वापस अपने घर कश्मीर घाटी लौटे हैं। जी किशन रेड्डी ने आगे कहा कि लगभग 2,000 प्रवासी उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया पूरी होने पर 2021 में इसी नीति के तहत उनके जम्मू-कश्मीर लौटने की संभावना है केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि 1990 में जम्मू-कश्मीर की तत्कालीन सरकार द्वारा राहत कार्यालय सेटअप की एक रिपोर्ट के मुताबिक 44,167 कश्मीरी प्रवासी परिवार पंजीकृत हैं जिन्हें सुरक्षा चिंताओं के कारण घाटी से बाहर जाना पड़ा था। इनमें से पंजीकृत हिंदू प्रवासी परिवारों की संख्या 39,782 है।
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गोपाल बाबु जायसवाल प्रयागराज🙏💕 Says |
मोदी सरकार ने जो वादा कश्मीर के हिंदू ओ जो आतकंवादीयो ने र्निम्मतां पुर्वक खदेड़ दिया गया था को पुनः कश्मीर में बसाने का अपना वादा धीरे धीरे बसाने के रास्ते पर चल रही है निश्चित ही बधाई की पात्र है |