Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 17 Oct 2020
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रिपब्लिक के पत्रकार प्रदीप भंडारी पुलिस हिरास्त मे। हिरासत में मारपीट भी की गई।
मुम्बई: पुलिस ने अग्रिम जमानत होने के बावजूद रिपब्लिक के पत्रकार प्रदीप भंडारी को हिरासत में लेकर मारपीट की। बाद में दबाव पड़ने पर प्रदीप भंडारी को तो रिहा कर दिया गया लेकिन प्रदीप के तीनों फोन पुलिस ने जब्त कर लिए हैं। और जब्त किए फोन्स अभी तक लौटाए भी नहीं गए है। अग्रिम जमानत के बावजूद गिरफ्तारी : प्रदीप भंडारी को पुलिस ने सम्मन जारी करके 22 अक्टूबर तक कोर्ट में हाजिर होने को कहा था। प्रदीप भंडारी ने किसी गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत ले रखी थी लेकिन इस अग्रिम जमानत के बाद भी मुम्बई पुलिस ने कानून को धता बताते हुए प्रदीप भंडारी को हिरासत में ले लिया। मुम्बई पुलिस की खीज जाहिर : प्रदीप भंडारी की अचानक से गिरफ्तारी से मुम्बई पुलिस की खिसियाहट जाहिर हो गई है। रिपब्लिक द्वारा इंसाफ की आवाज उठाने और मुम्बई पुलिस को कटघरे में खड़ा किये जाने पर जब मुम्बई पुलिस कुछ न कर पाई तो अंत मे उसने ग़ैरजिम्मेवार रवैया दिखाते हुए प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया। अपराधियो जैसा व्यवहार किया: प्रदीप भंडारी को हिरासत में लेने के बाद एक बंद कमरे में रखा गया। मानवता को शर्मसार करते हुए प्रदीप को खाना और पीने का पानी भी नहीं मुहैया करवाया गया। यहां तक कि जिस कमरे में प्रदीप भंडारी को आठ घंटों तक रखा गया उसमे पंखा भी नहीं था।
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