Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 16 Jun 2020
Reader's View :1173

पतंजलि ने कोरोना वायरस के उपचार के लिए अश्वगंधा, गिलोय और तुलसी के गुणों से युक्त दवा विकसित की

न्यायाधीश ब्यूरो हरिद्वार : कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच एक राहत देने वाली खबर ये है कि स्वामी रामदेव की उपभोक्ता वस्तुएं और हर्बल दवा कंपनी पतंजलि ने कोरोना वायरस के उपचार के लिए दवा विकसित किये जाने का दावा किया है। स्वामी रामदेव ने इंडिया टीवी के एक विशेष शो कोरोना से जंग, स्वामी रामदेव के संग’ का खुलासा किया है कि पतंजलि द्वारा विकसित की जा रही कोरोनिल ’नाम की आयुर्वेदिक दवा ने पहले ही अपने चिकित्सकीय ​​परीक्षण के पहले चरण को पूरा कर लिया है। योग गुरु ने आगे कहा कि अब तक के परीक्षण के दौरान ही सैकड़ों लोग कोरोनिल दवा से ठीक हो चुके हैं। स्वामी रामदेव नें यह भी खुलासा किया कि COVID-19 के उपचार के लिए पतंजलि नें शोध अक्टूबर 2019 में शुरू किया था।

शो के दौरान योगगुरु रामदेव ने बताया कि कोरोनावायरस के रोगी को सुबह और शाम को 'कोरोनिल' दवा लेनी चाहिए। अश्वगंधा, गिलोय और तुलसी जैसे आयुर्वेदिक तत्वों से निर्मित, कोरोनिल COVID-19 रोगियों के उपचार में सहायक थी और इस दवा के प्रयोग के बाद कोरोना रोगियों का 100 प्रतिशत रिकवरी रेट था। स्वामी रामदेव ने आगे कहा, "हमारे पास उन कोरोना पॉजिटिव रोगियों के बीच 100 प्रतिशत रिकवरी दर है, जिन पर हमने अपने आयुर्वैदिक उपचार की कोशिश की। मुझे पूरा विश्वास है कि अगर मैं कोरोनो वायरस से खुद को संक्रमित कर भी लेता हूं, तो भी मैं कुछ दिनों के भीतर आयुर्वैदिक उपचार के माध्यम से इससे उबर जाऊंगा।" उन्होंने कहा कि पतंजलि द्वारा निर्मित आयुर्वेदिक उपचारों से कोरोना पॉजिटिव रोगियों का इलाज सफल रहा।

औषधि की खुराक : खाने से पहले #श्वासरी_वटी और खाने के बाद गिलोय_घन_वटी,#तुलसी_घन_वटी और #अश्वगंधा कैप्सूल लेना है l छोटे बच्चे 1-1 गोली / कैप्सूल लें , बड़े 2-2 गोली लें l यह औषधि 2 से 3 बार लेना है lनाक में #अणु_तेल /सरसों तेल 2-5 बून्द डालें l
गिलोय,अश्वगंधा कोरोना के प्रोटीन को मनुष्य के प्रोटीन से मिलने से रोकने में सहायक होता है और तुलसी संक्रमण को रोकता है l श्वासरी वटी सर्दी,खासी श्वसन तंत्र के सभी बीमारियों को ठीक करता है l

ज्ञात हो कि कोरोनिल दवा मुख्यतः औषधीय गुणों से युक्त अश्वगंधा, गिलोय और तुलसी के अवयवों से विकसित की गई है। इस दवा के विकसित होने के पश्चात कोरोना पॉजिटिव मरीजों को आयुर्वैदिक उपचार के माध्यम से जल्दी ठीक किया जा सकेगा.

नोट : दवा लेने से पहले चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें.

होम पेज पर जाने के लिए क्लिक करें.

Leave your comments

Name

Email

Comments

इन्हें भी पढ़ें