Written By :न्यायाधीश ब्यूरो
Updated on : 18 May 2020
Reader's View :428
आन्ध्रा पुलिस का कारनामा, सरेराह डॉक्टर की अमानवीय तरीके से पिटाई
न्यायाधीश ब्यूरो, आंध्र प्रदेश: एक सनसनीखेज घटना के तहत आन्ध्र पुलिस द्वारा एक चिकित्सक की सरेराह पिटाई का मामला सामने आया है. प्राप्त समाचारों के अनुसार डॉक्टर सुधाकर पर यह आरोप लगाकर पुलिस ने रोड पर पिटाई की कि उन्होंने शराब के नशे में धुत्त होकर पुलिसकर्मियों से मोबाईल छीन लिया और वो पागलों जैसा व्यवहार कर रहे थे | पुलिस ने न सिर्फ डॉ सुधाकर को मारा पीटा बल्कि उनसे एक हिस्ट्रीशिटर जैसा बर्ताव करते हुए उन्हें घुटनों के बल बैठाकर उनके हाथ पीठ पीछे बांध दिए. वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिसिया कार्यवाही के दौरान ऐसा बिलकुल भी नहीं था कि डॉ सुधाकर ने पुलिस का किसी भी तरह प्रतिरोध किया हो, फिर भी पुलिस का डॉ सुधाकर के साथ ऐसा अपराधियों जैसा बर्ताव समझ के परे है | ऐसा कहा जा रहा है की डॉक्टर सुधाकर ने तकरीबन दो महीने पहले आंध्रप्रदेश सरकार की कमियों को उजागर किया था और बताया था कि वहाँ के सरकारी डॉक्टर किस तरह मास्क/PPE के अभाव में एक हीं मास्क को 15-15 दिनों तक पहनने को मजबूर हैं। इनका उद्देश्य था कि सरकार उनकी बातों को सुनें और मास्क/PPE किट समुचित मात्रा में मुहैया करवा दें जिससे डॉक्टरों के जान को कोई जोखिम न हों और वो आम जनता की अनवरत सेवा कर पाएं। सरकार की कमियों को उजागर किये जाने पर पहले उनको सस्पेंड किया गया और अब पुलिस द्वारा उनकी पिटाई के बाद तकरीबन घसीटते हुए थाने ले जाया गया. आरोप लगाया गया कि वे शराब के नशे में थे, उन्होंने पुलिसकर्मियों से मोबाईल छीन ली और ये पागलों जैसा व्यवहार कर रहे थे इसलिए पुलिस ने इनको इस तरह पीटा। कारण कोई भी रहा हो लेकिन एक डॉक्टर को इस तरह सरेआम प्रताड़ित किया जाना कहीं से भी सही नहीं ठहराया जा सकता.
होम पेज पर जाने के लिए क्लिक करें.